एड्स क्या है यह कैसे फैलता है - Aids kya hai Yah kaise failta hai
Aids kya hai? aur yah kaise failta hai?
एड्स क्या है? और यह कैसे फैलता है?
What is AIDS? How is it transmitted? एड्स के लक्षण कितने दिनों में दीखते है? एड्स के लक्षण in hindi, एचआईवी एड्स का पता कब चलता है? एड्स की जानकारी इन हिंदी, एड्स से बचने के उपाय, एड्स से कैसे बचें? एड्स कैसे फैलता है? एड्स रोग कैसे होता है?
एड्स स्वयं में कोई बीमारी नहीं है। लेकिन एड्स से पीड़ित व्यक्ति का शरीर संक्रामक बीमारियों के प्रति अपनी प्राकृतिक प्रतिरोधी शक्ति खो बैठता है। एड्स एक रोग है। जो HIV (human immunodeficiency virus) वायरस से होता है। यह वायरस हमारे शरीर के प्रतिरोध तंत्र को तहस-नहस कर देता है। ऐसे में कोई भी संक्रामक रोग जानलेवा बन जाता है।
एड्स स्वयं में कोई बीमारी नहीं है। लेकिन एड्स से पीड़ित व्यक्ति का शरीर संक्रामक बीमारियों के प्रति अपनी प्राकृतिक प्रतिरोधी शक्ति खो बैठता है। एड्स एक रोग है। जो HIV (human immunodeficiency virus) वायरस से होता है। यह वायरस हमारे शरीर के प्रतिरोध तंत्र को तहस-नहस कर देता है। ऐसे में कोई भी संक्रामक रोग जानलेवा बन जाता है।
जब एड्स का यह वायरस मनुष्य के शरीर में प्रवेश करता है तो यह शरीर की कुछ कोशिकाओं में घुस जाता है। यहां यह आजीवन पड़ा रह सकता है। इससे संकर्मित होने में मनुष्य को 6 महीने से 10 साल तक का समय लग सकता है। यौन व्यवसाय करने वालों, कई लोगों से यौनिक सम्पर्क रखने वालों, समलैंगिक सम्पर्क रखने वालों और नशीली दवाएँ लेने वालों को इसका खतरा सबसे ज्यादा होता है। यह बीमारी जिन वायरस से होती है, उनके लिए अभी तक कोई टीका नहीं बना है। इलाज के बिना इस बीमारी से आखिर में मौत हो जाती है।
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एड्स कैसे फैलता है? एड्स रोग कैसे होता है?:-
- किसी संक्रमणग्रस्त व्यक्ति या महिला के साथ यौन सम्पर्क द्वारा।
- दूषित सूई से इंजैक्शन लगने पर।
- संक्रमण वाला खून दिए जाने से।
- संक्रमण ग्रस्त गर्भवती स्त्री से उसके होने वाले बच्चे को।
- संक्रमणग्रस्त माँ द्वारा स्तनपान कराने से बच्चे को।
- बिना जांच किया हुआ या ब्लड बैंक द्वारा अनसर्टिफाइड रक्त ग्रहण करने से एड्स हो सकता है।
- एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्तियों से अंग दान लेने से।
- बुखार
- हर समय थकान
- ध्यान केंद्रित नहीं कर पाना
- सरदर्द
- शक्ति की कमी
- त्वचा के लाल चकत्ते (rash)
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
- गले में खराश
- वजन घटना (एनोरेक्सिया)
- जी मिच-लाना, उल्टी
- मौखिक अल्सर
- जननांग में अल्सर
- रात को पसीना
- लगातार खांसी
- गर्दन और ग्रोइन में लिम्फ नोड्स बढ़ाया
- लगातार दस्त
- अपने लाइफ पार्टनर से अलग किसी के साथ भी यौन सम्बन्ध बनाने से बचें या यौन संबंध बनाते समय कंडोम का सही तरीके से उपयोग करें, सुरक्षित यौन समबंन्ध ही सबसे कारगर HIV AIDS से बचने का तरीका है।
- एक इंजेक्सन सुई का केवल एक ही व्यक्ति पर प्रयोग करें।
- सर्टिफाइड रक्त ही उपयोग करें।
- आप नई दवाओं जैसे पूर्व-एक्सपोज़र प्रॉफीलैक्सिस (पीआरईपी) pre-exposure prophylaxis (PrEP) और पोस्ट- एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस (पीईपी) post-exposure prophylaxis (PEP) का फायदा ले सकते हैं।
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