फोरप्ले क्या है यह कैसे किया जाता है Foreplay kya hai yah kaise kiya jata hai
फोरप्ले क्या है यह कैसे किया जाता है? Foreplay kya hai yah kaise kiya jata hai? संभोग पूर्व क्रीड़ा क्या है? What is foreplay? How is it? फोरप्ले किसे कहा जाता है? यह कैसे होता है? Foreplay kise kahaa jata hai? फोरप्ले का क्या मतलब है? यह क्यों जरुरी माना जाता है? फोरप्ले से आप क्या समझते है? क्या आप जानते है कि यह कितना महत्वपूर्ण और उपयोगी है? शारारिक संबंध, यौन संबंध और सेक्स की शुरुआत क्यों होती है फोरप्ले से?
प्रिय दोस्त स्त्री हो या पुरुष दोनों ही सेक्स का पूर्ण आनन्द लेना चाहते है उनकी कामेच्छा लगभग एक समान ही होती है, लेकिन पुरुष स्त्री की अपेक्षा जल्दी उत्तेजित हो जाते है और जब तक स्त्री उत्तेजित होती है पुरुष तृप्त हो चुके होते है इस अवधि को लम्बा करने के लिए स्त्री के साथ संभोग से पहले स्त्री के अन्य कोमुक अंगो के छेड़ा जाता है जिससे स्त्री उत्तेजित हो जाती है इन्ही क्रियाओं को फोरप्ले कहा जाता है.
प्रिय दोस्त स्त्री हो या पुरुष दोनों ही सेक्स का पूर्ण आनन्द लेना चाहते है उनकी कामेच्छा लगभग एक समान ही होती है, लेकिन पुरुष स्त्री की अपेक्षा जल्दी उत्तेजित हो जाते है और जब तक स्त्री उत्तेजित होती है पुरुष तृप्त हो चुके होते है इस अवधि को लम्बा करने के लिए स्त्री के साथ संभोग से पहले स्त्री के अन्य कोमुक अंगो के छेड़ा जाता है जिससे स्त्री उत्तेजित हो जाती है इन्ही क्रियाओं को फोरप्ले कहा जाता है.
वैज्ञानिक तौर पर भी यह सिद्ध हो चुका है कि मर्द जब स्त्री के अंग-अंग का भरपूर आनंद लेता है तभी स्त्री को परम आनंद मिलता है. पुरुष जब स्त्री के कोमल अंगो से खेलता है तो स्त्री इनकार नही करती बल्कि उसका प्यार पाने के लिए समर्पण की मुद्रा मे आ जाती है. यह उत्तेजक स्पर्श ही फोरप्ले कहलाता है. जो दोनो को संभोग की मंजिल तक ले जाता है. दोनों पार्टनर सेक्स का पूर्ण आनन्द लेने के लिए इसका उपयोग करते है.
फोरप्ले के दौरान निम्नलिखित इन्द्रियों का प्रयोग होता है.
- स्पर्श- तन से तन का स्पर्श ही काम की इच्छा को जागृत करता है. जब स्त्री पुरुष एक दुसरे के शरीर के किसी भी अंग को छूते है तो पुरे शरीर में सनसनी फ़ैल जाती है. यदि शरीर के कुछ विशेष उत्तेजिक अंगो को छुआ जाता है तो आनन्द की सीमा कई गुना बढ़ जाती है.
- सुगंध- रति कीड़ा मे सुगंध भी एक अहम भूमिका निभाती है. प्राचीन काल मे तरह -तरह के इत्र का इस्तेमाल होता था. महकता बदन और बेडरूम में मदहोश करने वाली सुगंध से काम की इच्छा को और बढ़ा देती है.
- दृश्य- मर्द की कामुक निगाहें और आंखों से कामुक इशारे औरत को खुश करते है और औरत भी अपनी सेक्स अपील उभारने के लिए झीनी नाइटी या उत्तेजक पोशाक का सहारा लेती है और जो जरूरी भी है के मर्द की दृष्टि पड़ते ही वह काम की भावना के वशीभूत हो जाए.
- ध्वनि- संवाद भी जरूरी है क्योंकि कुछ मदहोश करने वाली बातें, सेक्सी जोक्स आदि जिसे हम कामुक भाषा कहते है यह भी सेक्स उत्तेजित करने में सहायक होते है.
- स्वाद- जब पुरुष औरत के अंगो को चूमता है , जीभ से चाटता है तो दोनों को आनंद की प्राप्ति होती है. यह क्रिया भी संभोग की ओर ले जाती है जिससे परम सुख मिलता है.