Home
» Important
» ZZZ
» सोच समझकर और मीठे बोल बोलने के फायदे Soch samajh kar aur mithe bol bolne ke fayde
सोच समझकर और मीठे बोल बोलने के फायदे Soch samajh kar aur mithe bol bolne ke fayde
Essay on Meethi Vani in Hindi मीठी बोली का महत्व The Importance of Sweet Voice in Hindi मधुर वाणी का जीवन में महत्व, मीठे बोल बोलिए , सोच समझ कर बोलें , mithe bol boliye , soch samajh kar bole सोच समझकर और मीठे बोल बोलने के फायदे Soch samajh kar aur mithe bol bolne ke fayde ऐसी वाणी बोलिये मन का आपा खोए mithi vani se sambandhit dohe जीवन में वाणी का महत्व पर निबंध, मधुर भाषा, दो मीठे बोल और कुछ नहीं ताना बाना.
प्रिय दोस्त, हम पूरा दिन बोलते रहते है लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि हम जब बोलते है तो इसका दूसरों पर क्या प्रभाव पड़ता है और लोग हमारे बारे में क्या सोचते है. हमारे मुंह से निकला एक - एक शब्द हमारे चरित्र और व्यवहार का परिचय देता है.
प्रिय दोस्त, हम पूरा दिन बोलते रहते है लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि हम जब बोलते है तो इसका दूसरों पर क्या प्रभाव पड़ता है और लोग हमारे बारे में क्या सोचते है. हमारे मुंह से निकला एक - एक शब्द हमारे चरित्र और व्यवहार का परिचय देता है.
यदि हम कोई गलत लफ्ज बोल देते है तो हम दूसरों के दिल में घृणा के पात्र बन जाते है और यदि हम मीठे वचन बोलते है तो किसी का भी दिल जीत सकते है इसलिए हमेशा अपने मुंह से कोई भी शब्द निकालने से पहले उस पर सोचना जरुरी है. आपने सुना भी होगा कि "पहले तोलो फिर बोलो". दोस्त शब्दों को तोलने के लिए तराजू की जरूरत नहीं होती. शब्दों को तोलने के लिए दिमाग का प्रयोग करना पड़ता है.
कड़वा बोलने से अच्छा है कि चुप ही रहा जाए क्योंकि कुछ बातें कमान से निकले तीर की तरह निकाल जाती हैं और बाद मे उन पर पछतावा होता है. लेकिन बात मुंह से निकालने से पहले यदि सोचा जाए तो उसके फायदे भी होते हैं.
कड़वा बोलने से अच्छा है कि चुप ही रहा जाए क्योंकि कुछ बातें कमान से निकले तीर की तरह निकाल जाती हैं और बाद मे उन पर पछतावा होता है. लेकिन बात मुंह से निकालने से पहले यदि सोचा जाए तो उसके फायदे भी होते हैं.
सोच - समझकर बोलने के फायदे -
- ऐसा व्यक्ति घर, मोहल्ले और समाज में एक अच्छे व्यक्ति के रूप में जाना जाता है.
- ऐसा व्यक्ति जहाँ भी जाता है वहीँ सम्मान प्राप्त करता है.
- ऐसे व्यक्ति को कभी भी बेइज्जत नहीं होना पड़ता है.
- ऐसा व्यक्ति बड़े मामलो को भी केवल वार्तालाप के माध्यम से सुलझा सकता है.
- ऐसा व्यक्ति जिससे भी बातचीत करता है अपनी वाणी के कारण दिल में बस जाता है जिससे उसके प्रसंशको की संख्या बढ़ती रहती है.
- ऐसे व्यक्ति की बातें सुनकर लोग बोर नहीं होते है बल्कि उसके मुंह से निकले शब्दों को सुनने के लिए बेचैन रहते है.
दोस्तों कहते है कि - "कौवा क्या ले जाए और कोयल क्या दे जाए". लोग कोयल की आवाज सुनने के लिए तरस जाते है और कौवे को कंकड़ मारकर भगा देते है इसलिए जब भी बोलो सोच - समझकर और मीठे स्वर में बोलों. इसके लिए कोई पैसे खर्च नहीं करने पड़ते है.
Thanks for reading...
Tags: Essay on Meethi Vani in Hindi मीठी बोली का महत्व The Importance of Sweet Voice in Hindi मधुर वाणी का जीवन में महत्व, मीठे बोल बोलिए , सोच समझ कर बोलें , mithe bol boliye , soch samajh kar bole सोच समझकर और मीठे बोल बोलने के फायदे Soch samajh kar aur mithe bol bolne ke fayde ऐसी वाणी बोलिये मन का आपा खोए mithi vani se sambandhit dohe जीवन में वाणी का महत्व पर निबंध, मधुर भाषा, दो मीठे बोल और कुछ नहीं ताना बाना.
Thanks for reading...
Tags: Essay on Meethi Vani in Hindi मीठी बोली का महत्व The Importance of Sweet Voice in Hindi मधुर वाणी का जीवन में महत्व, मीठे बोल बोलिए , सोच समझ कर बोलें , mithe bol boliye , soch samajh kar bole सोच समझकर और मीठे बोल बोलने के फायदे Soch samajh kar aur mithe bol bolne ke fayde ऐसी वाणी बोलिये मन का आपा खोए mithi vani se sambandhit dohe जीवन में वाणी का महत्व पर निबंध, मधुर भाषा, दो मीठे बोल और कुछ नहीं ताना बाना.
एक टिप्पणी भेजें
प्रिय दोस्त, आपने हमारा पोस्ट पढ़ा इसके लिए हम आपका धन्यवाद करते है. आपको हमारा यह पोस्ट कैसा लगा और आप क्या नया चाहते है इस बारे में कमेंट करके जरुर बताएं. कमेंट बॉक्स में अपने विचार लिखें और Publish बटन को दबाएँ.