आज हम शास्त्रों में छिपे भोजन के कई ऐसे तरीके लेकर आए हैं - Bhojan ke niyam
यदि आप खाना खाते समय कुछ बातों का ध्यान रखें तो आप स्वास्थ्य लाभ के साथ ही ईश्वर की कृपा भी प्राप्त कर सकते है। आज हम शास्त्रों में छिपे भोजन के कई ऐसे तरीके लेकर आए हैं जिनका हमें भोजन करते समय पूरा ध्यान रखना चाहिए।
आइये इन्हें जानते है...
आइये इन्हें जानते है...
- माना जाता है कि गीले पैरों के साथ भोजन करने से स्वास्थ्य संबंधी लाभ होता है अौर उम्र में बढ़ौतरी होती है इसलिए खाना खाने से पहले दोनों हाथ, दोनों पैर और मुंह को धो लेना चाहिए।
- यदि आप चाहते है कि भोजन करने से शरीर को पूरी ऊर्जा प्राप्त हो तो भोजन करते समय आपका मुंह पूर्व और उत्तर दिशा की तरफ होना चाहिए। दक्षिण दिशा की तरफ मुंह करके भोजन करना अशुभ माना जाता है अौर पश्चिम दिशा की तरफ मुंह करके भोजन करने से बीमारियों में बढ़ौतरी होती है।
- मल-मूत्र का वेग होने पर, कलह के माहौल में, अधिक शोर में, पीपल, वटवृक्ष के नीचे भोजन नहीं करना चाहिए।
- खाना छोड़कर उठ जाने पर दुबारा भोजन नहीं करना चाहिए।
- कभी भी भोजन बिस्तर पर बैठकर ना करें अौर प्लेट हाथ में पकड़कर भोजन करना भी उचित नहीं होता है। भोजन हमेशा आराम से बैठ कर करना चाहिए। भोजन की थाली लकड़ी की चौकी पर रखें अौर बर्तन साफ-सुथरे होने चाहिए। टूटे बर्तनों में भोजन करना अशुभ माना जाता है।
- भोजन करने से पूर्व अन्न देवता, अन्नपूर्णा माता अौर देवी-देवताओं का स्मरण कर उन्हें धन्यवाद करें। भोजन स्वादिष्ट न लगने पर उसका तिरस्कार न करें। ऐसा करने से अन्न का अपमान होता है।
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