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किचन में चप्पल पहनकर जाने से क्यों रोका जाता है? Kichan me chappal pahankar kyo nahi jana chahiye?
किचन में चप्पल पहनकर जाने से क्यों रोका जाता है? Kichan me chappal pahankar kyo nahi jana chahiye? जानिए क्यों घर की रसोई में जूते-चप्पल का पहनना माना जाता है अशुभ? रसोई घर में प्रवेश करने से पूर्व जूते-चप्पल बाहर उतार दें, रसोई में न पहने जूते-चप्पल ये है कारण वजह.
आप यदि कभी किचन में जाना चाहे तो आपको किचन की तरफ जाता देखकर आपके घर के बड़े सदस्य हमेशा आपको यही कहते होंगे कि रसोई में प्रवेश करने से पहले अपनी चप्पल निकाल देना। वो ऐसा क्यों कहते है आइये जानकारी लेते है...
प्राचीन काल से ही ऋषि-मुनियों और विद्वानों द्वारा किचन में चरण पादुकाएं अर्थात् जूते-चप्पल नहीं पहनने की बात कही गई है। किचन में जूते-चप्पल नहीं पहनना चाहिए इसकी वजह यह है कि जब हम कहीं बाहर से घर आते हैं तब जूते-चप्पल के साथ गंदगी में आती है।
ऐसे में यदि हम वही जूते-चप्पल घर में लेकर जाते हैं तो वह गंदगी किचन में फैलती है। जो कि परिवार के सदस्यों के लिए भी स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक होती है। इस गंदगी में कई प्रकार के बीमारियां फैलाने वाले कीटाणु रहते हैं।
इस वजह से भी घर में जूते-चप्पल पहनना उचित नहीं है।साथ ही इस बात के पीछे धार्मिक कारण भी है। किचन में खाना बनता है जिसका नैवैद्य भगवान को लगता है। कहते हैं किचन में अन्नपूर्णा देवी भी निवास करती हैं।
ऐसे में यदि हम जूते-चप्पल पहनकर किचन में घुमते हैं तो भगवान का भी अपमान होता है। वैसे तो आजकल सभी अपने-अपने घरों में परमात्मा के लिए अलग कक्ष बनवाते हैं।
इसलिए किचन में नंगे पैर ही रहना चाहिए इससे घर की पवित्रता बनी रहती है और ऐसे परिवार में देवी-देवता भी स्थाई रूप से निवास करते हैं।
भगवान की कृपा से उस घर में किसी भी प्रकार धन, सुख-समृद्धि की कोई कमी नहीं रहती। इन कारणों से किचन में जूते-चप्पल नहीं पहनना चाहिए।
Thanks for reading...
Tags: किचन में चप्पल पहनकर जाने से क्यों रोका जाता है? Kichan me chappal pahankar kyo nahi jana chahiye? जानिए क्यों घर की रसोई में जूते-चप्पल का पहनना माना जाता है अशुभ? रसोई घर में प्रवेश करने से पूर्व जूते-चप्पल बाहर उतार दें, रसोई में न पहने जूते-चप्पल ये है कारण वजह.
आप यदि कभी किचन में जाना चाहे तो आपको किचन की तरफ जाता देखकर आपके घर के बड़े सदस्य हमेशा आपको यही कहते होंगे कि रसोई में प्रवेश करने से पहले अपनी चप्पल निकाल देना। वो ऐसा क्यों कहते है आइये जानकारी लेते है...
प्राचीन काल से ही ऋषि-मुनियों और विद्वानों द्वारा किचन में चरण पादुकाएं अर्थात् जूते-चप्पल नहीं पहनने की बात कही गई है। किचन में जूते-चप्पल नहीं पहनना चाहिए इसकी वजह यह है कि जब हम कहीं बाहर से घर आते हैं तब जूते-चप्पल के साथ गंदगी में आती है।
ऐसे में यदि हम वही जूते-चप्पल घर में लेकर जाते हैं तो वह गंदगी किचन में फैलती है। जो कि परिवार के सदस्यों के लिए भी स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक होती है। इस गंदगी में कई प्रकार के बीमारियां फैलाने वाले कीटाणु रहते हैं।
इस वजह से भी घर में जूते-चप्पल पहनना उचित नहीं है।साथ ही इस बात के पीछे धार्मिक कारण भी है। किचन में खाना बनता है जिसका नैवैद्य भगवान को लगता है। कहते हैं किचन में अन्नपूर्णा देवी भी निवास करती हैं।
ऐसे में यदि हम जूते-चप्पल पहनकर किचन में घुमते हैं तो भगवान का भी अपमान होता है। वैसे तो आजकल सभी अपने-अपने घरों में परमात्मा के लिए अलग कक्ष बनवाते हैं।
इसलिए किचन में नंगे पैर ही रहना चाहिए इससे घर की पवित्रता बनी रहती है और ऐसे परिवार में देवी-देवता भी स्थाई रूप से निवास करते हैं।
भगवान की कृपा से उस घर में किसी भी प्रकार धन, सुख-समृद्धि की कोई कमी नहीं रहती। इन कारणों से किचन में जूते-चप्पल नहीं पहनना चाहिए।
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