Home
» Learn-More
» शिव मंदिर के बाहर बैठे नंदी की मूर्ति क्यों होती है? Shiva Mandir ke bahar nandi kyo hoti hai
शिव मंदिर के बाहर बैठे नंदी की मूर्ति क्यों होती है? Shiva Mandir ke bahar nandi kyo hoti hai
शिव मंदिर के बाहर बैठे नंदी की मूर्ति क्यों होती है? Shiva Mandir ke bahar nandi kyo hoti hai? शिव के वाहन नंदी की मूर्ति क्यों स्थापित की जाती है? हर शिव मंदिर के बाहर नंदी की प्रतिमा क्यों रखी जाती है? महादेव का वाहन नंदी होने के कारण, महादेव के मंदिर के बाहर बैठे नंदी बैल का रहस्य, शिव मंदिर के बाहर नंदी बैल की प्रतिमा, नंदी क्यों और कैसे महादेव की सवारी बने, संसार में जहां भी शिव की महिमा की बात होती है वहां नंदी बैल का ज़िक्र आता ही है.
शिव परिवार के बारे में सबसे अद्भुत बात यह है कि शिवजी के परिवार के हर एक सदस्य का वाहन दुसरे के वाहन का भोजन है शिव को महाकाल माना जाता है लेकिन उनका वाहन बैल है। जिसे नंदी कहते हैं। इसीलिए हर शिव मंदिर में शिवजी के सामने नंदी बैठा होता है।
दरअसल शिवजी का वाहन नंदी पुरुषार्थ यानी मेहनत का प्रतीक है। अब सवाल यह बनता है कि नंदी शिवलिंग की ओर ही मुख करके क्यों बैठा होता है? जानते हैं दरअसल नंदी का संदेश है कि जिस तरह वह भगवान शिव का वाहन है। ठीक उसी तरह हमारा शरीर आत्मा का वाहन है।
जैसे नंदी की नजर शिव की ओर होती है, उसी तरह हमारी नजर भी आत्मा की ओर हो। हर व्यक्ति को अपने दोषों को देखना चाहिए। हमेशा दूसरों के लिए अच्छी भावना रखना चाहिए। नंदी का इशारा यही होता है कि शरीर का ध्यान आत्मा की ओर होने पर ही हर व्यक्ति चरित्र, आचरण और व्यवहार से पवित्र हो सकता है।
इसे ही आम भाषा में मन का साफ होना कहते हैं। जिससे शरीर भी स्वस्थ होता है और शरीर के निरोग रहने पर ही मन भी शांत, स्थिर और दृढ़ संकल्प से भरा होता है। इस प्रकार संतुलित शरीर और मन ही हर कार्य और लक्ष्य में सफलता के करीब ले जाता है।
Thanks for reading...
Tags: शिव मंदिर के बाहर बैठे नंदी की मूर्ति क्यों होती है? Shiva Mandir ke bahar nandi kyo hoti hai? शिव के वाहन नंदी की मूर्ति क्यों स्थापित की जाती है? हर शिव मंदिर के बाहर नंदी की प्रतिमा क्यों रखी जाती है? महादेव का वाहन नंदी होने के कारण, महादेव के मंदिर के बाहर बैठे नंदी बैल का रहस्य, शिव मंदिर के बाहर नंदी बैल की प्रतिमा, नंदी क्यों और कैसे महादेव की सवारी बने, संसार में जहां भी शिव की महिमा की बात होती है वहां नंदी बैल का ज़िक्र आता ही है.
शिव परिवार के बारे में सबसे अद्भुत बात यह है कि शिवजी के परिवार के हर एक सदस्य का वाहन दुसरे के वाहन का भोजन है शिव को महाकाल माना जाता है लेकिन उनका वाहन बैल है। जिसे नंदी कहते हैं। इसीलिए हर शिव मंदिर में शिवजी के सामने नंदी बैठा होता है।
दरअसल शिवजी का वाहन नंदी पुरुषार्थ यानी मेहनत का प्रतीक है। अब सवाल यह बनता है कि नंदी शिवलिंग की ओर ही मुख करके क्यों बैठा होता है? जानते हैं दरअसल नंदी का संदेश है कि जिस तरह वह भगवान शिव का वाहन है। ठीक उसी तरह हमारा शरीर आत्मा का वाहन है।
जैसे नंदी की नजर शिव की ओर होती है, उसी तरह हमारी नजर भी आत्मा की ओर हो। हर व्यक्ति को अपने दोषों को देखना चाहिए। हमेशा दूसरों के लिए अच्छी भावना रखना चाहिए। नंदी का इशारा यही होता है कि शरीर का ध्यान आत्मा की ओर होने पर ही हर व्यक्ति चरित्र, आचरण और व्यवहार से पवित्र हो सकता है।
इसे ही आम भाषा में मन का साफ होना कहते हैं। जिससे शरीर भी स्वस्थ होता है और शरीर के निरोग रहने पर ही मन भी शांत, स्थिर और दृढ़ संकल्प से भरा होता है। इस प्रकार संतुलित शरीर और मन ही हर कार्य और लक्ष्य में सफलता के करीब ले जाता है।
Thanks for reading...
Tags: शिव मंदिर के बाहर बैठे नंदी की मूर्ति क्यों होती है? Shiva Mandir ke bahar nandi kyo hoti hai? शिव के वाहन नंदी की मूर्ति क्यों स्थापित की जाती है? हर शिव मंदिर के बाहर नंदी की प्रतिमा क्यों रखी जाती है? महादेव का वाहन नंदी होने के कारण, महादेव के मंदिर के बाहर बैठे नंदी बैल का रहस्य, शिव मंदिर के बाहर नंदी बैल की प्रतिमा, नंदी क्यों और कैसे महादेव की सवारी बने, संसार में जहां भी शिव की महिमा की बात होती है वहां नंदी बैल का ज़िक्र आता ही है.
एक टिप्पणी भेजें
प्रिय दोस्त, आपने हमारा पोस्ट पढ़ा इसके लिए हम आपका धन्यवाद करते है. आपको हमारा यह पोस्ट कैसा लगा और आप क्या नया चाहते है इस बारे में कमेंट करके जरुर बताएं. कमेंट बॉक्स में अपने विचार लिखें और Publish बटन को दबाएँ.