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भगवान गणेश का यह अंग जिसने भी देखा वो गया काम से - Ominous part of Lord Ganesha
भगवान गणेश का यह अंग जिसने भी देखा वो गया काम से - Ominous part of Lord Ganesha. गणेश जी का हर अंग है ज्ञान की पाठशाला. भगवान गणेश जी के इस अंग के भूलकर भी ना करें दर्शन. गणेश जी के इस अंग के दर्शन करने से आती है दरिद्रता. क्या भगवन गणेश की पीठ देखने से गरीबी आती है? इसका क्या है कारण? घर या कार्यालय में श्रीगणेश की प्रतिमा या तस्वीर लगाते समय भगवान का चेहरा किस दिशा में नहीं होना चाहिए?
गणेश जी को ऋद्धि-सिद्धि का दाता कहा जाता है। कहते हैं कि किसी कार्य को शुरू करने से पहले गणेशजी का नाम लेना चाहिए। हर किसी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश का पूजन किया जाता है।
गणेश जी को एकदंत और चतुर्बाहु भी कहा जाता है। उनके मुख का दर्शन करना अत्यंत मंगलमय माना जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं उनका एक अंग ऐसा भी है जिसके दर्शन करने से दरिद्रा आती है।
हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक भगवान गणपति की पीठ के दर्शन नहीं करने चाहिए। मान्यता है की उनकी पीठ में दरिद्रता का निवास होता है, इसलिए पीठ के दर्शन नहीं करने चाहिए।
कई बार भक्तों को अनजाने में पीठ के दर्शन भी हो जाते हैं तो ऐसे में फिर से भगवान गणेश के मुख के दर्शन कर लेना चाहिए, जिससे पीठ के दर्शन का अशुभ प्रभाव खत्म हो जाता है।
एक घर में तीन गणपति की पूजा न करें। घर या कार्यालय में श्रीगणेश की प्रतिमा या तस्वीर लगाते समय यह ध्यान रखें कि भगवान का चेहरा दक्षिण-पश्चिम दिशा में न हो।
Thanks for reading...
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गणेश जी को ऋद्धि-सिद्धि का दाता कहा जाता है। कहते हैं कि किसी कार्य को शुरू करने से पहले गणेशजी का नाम लेना चाहिए। हर किसी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश का पूजन किया जाता है।
गणेश जी को एकदंत और चतुर्बाहु भी कहा जाता है। उनके मुख का दर्शन करना अत्यंत मंगलमय माना जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं उनका एक अंग ऐसा भी है जिसके दर्शन करने से दरिद्रा आती है।
हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक भगवान गणपति की पीठ के दर्शन नहीं करने चाहिए। मान्यता है की उनकी पीठ में दरिद्रता का निवास होता है, इसलिए पीठ के दर्शन नहीं करने चाहिए।
कई बार भक्तों को अनजाने में पीठ के दर्शन भी हो जाते हैं तो ऐसे में फिर से भगवान गणेश के मुख के दर्शन कर लेना चाहिए, जिससे पीठ के दर्शन का अशुभ प्रभाव खत्म हो जाता है।
एक घर में तीन गणपति की पूजा न करें। घर या कार्यालय में श्रीगणेश की प्रतिमा या तस्वीर लगाते समय यह ध्यान रखें कि भगवान का चेहरा दक्षिण-पश्चिम दिशा में न हो।
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