शारीरिक संबंध कब बनाने चाहिए गर्भधारण ना हो - Pregnancy se bachne ka tarika
शारीरिक संबंध कब बनाने चाहिए गर्भधारण ना हो - Pregnancy se bachne ka tarika , गर्भवती होने से कैसे बचें, प्रेग्नेन्सी रोकने के घरेलू उपाय, गर्भ ना ठहरने के उपाय, गर्भधारण कब नही ठहरता, प्रेग्नेंट न होने के उपाय इन हिंदी, शारीरिक संबंध कब बनाने चाहिए जिससे गर्भधारण ना हो सके, Safe Physical relationship time, प्रेगनेंसी रोकने और गर्भधारण से बचने के उपाय, pregnancy se bachne ke upay in hindi, अनचाहे गर्भ से कैसे बचें? बिना गोली और कंडोम के प्रेगनेंसी रोकने और गर्भधारण से बचने के उपाय.
‘सेफ पिरीअड’ का मतलब यह होता है किं जब पुरूष और स्त्री शारीरिक संबंधो का आनंद उठाते हैं उस समय महिला के गर्भवती होने की संभावना कम होती है। वैज्ञानिक रूप से कहे तो यह सुरक्षित अवधि मासिक धर्मी समय (पिरीअड) के पहले से सांतवे दिन तक होता है और 19वें दिन से अगले चक्र के शुरू होने तक रहता है।
सामान्यतः महिलाओं का मासिक धर्म चक्र 28 दिनों का होता है। 8 से लेकर 19 दिनों के बीच यदि असुरक्षित संभोग हुआ तो गर्भधारण करने की पूरी संभावना होती है क्योंकि उस अवधि में प्रजनन क्षमता बहुत क्रियाशील होती है।
लेकिन ‘सुरक्षित अवधि’ के दौरान असुरक्षित संभोग करने से गर्भधारण करने की संभावना तब भी बनी रहती है। बहुत महिलाओं का अनियमित मासिक धर्म चक्र होता है ।
महिलाओं के शरीर विज्ञान के अनुसार चक्र का समय अलग-अलग होता है। इसलिए ‘सुरक्षित अवधि’ की बात तो सच है मगर इसके बारे में सही ज्ञान शायद ही किसी को है। इसलिए अनचाहे गर्भधारण से बचने के लिए कॉन्डोम या गर्भनिरोधक दवाओं का इस्तेमाल करना ही सुरक्षित विकल्प होता है।
Thanks for reading...
Tags: गर्भवती होने से कैसे बचें, प्रेग्नेन्सी रोकने के घरेलू उपाय, गर्भ ना ठहरने के उपाय, गर्भधारण कब नही ठहरता, प्रेग्नेंट न होने के उपाय इन हिंदी, शारीरिक संबंध कब बनाने चाहिए जिससे गर्भधारण ना हो सके, Safe Physical relationship time, प्रेगनेंसी रोकने और गर्भधारण से बचने के उपाय, pregnancy se bachne ke upay in hindi, अनचाहे गर्भ से कैसे बचें? बिना गोली और कंडोम के प्रेगनेंसी रोकने और गर्भधारण से बचने के उपाय.
‘सेफ पिरीअड’ का मतलब यह होता है किं जब पुरूष और स्त्री शारीरिक संबंधो का आनंद उठाते हैं उस समय महिला के गर्भवती होने की संभावना कम होती है। वैज्ञानिक रूप से कहे तो यह सुरक्षित अवधि मासिक धर्मी समय (पिरीअड) के पहले से सांतवे दिन तक होता है और 19वें दिन से अगले चक्र के शुरू होने तक रहता है।
सामान्यतः महिलाओं का मासिक धर्म चक्र 28 दिनों का होता है। 8 से लेकर 19 दिनों के बीच यदि असुरक्षित संभोग हुआ तो गर्भधारण करने की पूरी संभावना होती है क्योंकि उस अवधि में प्रजनन क्षमता बहुत क्रियाशील होती है।
लेकिन ‘सुरक्षित अवधि’ के दौरान असुरक्षित संभोग करने से गर्भधारण करने की संभावना तब भी बनी रहती है। बहुत महिलाओं का अनियमित मासिक धर्म चक्र होता है ।
महिलाओं के शरीर विज्ञान के अनुसार चक्र का समय अलग-अलग होता है। इसलिए ‘सुरक्षित अवधि’ की बात तो सच है मगर इसके बारे में सही ज्ञान शायद ही किसी को है। इसलिए अनचाहे गर्भधारण से बचने के लिए कॉन्डोम या गर्भनिरोधक दवाओं का इस्तेमाल करना ही सुरक्षित विकल्प होता है।
Thanks for reading...
Tags: गर्भवती होने से कैसे बचें, प्रेग्नेन्सी रोकने के घरेलू उपाय, गर्भ ना ठहरने के उपाय, गर्भधारण कब नही ठहरता, प्रेग्नेंट न होने के उपाय इन हिंदी, शारीरिक संबंध कब बनाने चाहिए जिससे गर्भधारण ना हो सके, Safe Physical relationship time, प्रेगनेंसी रोकने और गर्भधारण से बचने के उपाय, pregnancy se bachne ke upay in hindi, अनचाहे गर्भ से कैसे बचें? बिना गोली और कंडोम के प्रेगनेंसी रोकने और गर्भधारण से बचने के उपाय.
एक टिप्पणी भेजें
प्रिय दोस्त, आपने हमारा पोस्ट पढ़ा इसके लिए हम आपका धन्यवाद करते है. आपको हमारा यह पोस्ट कैसा लगा और आप क्या नया चाहते है इस बारे में कमेंट करके जरुर बताएं. कमेंट बॉक्स में अपने विचार लिखें और Publish बटन को दबाएँ.