आसपास की क्रिकेट एकेडमी - Cricket Academy near me

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आसपास की क्रिकेट एकेडमी - Cricket Academy near me - प्रिय मित्र, यदि आपको अपने आसपास की क्रिकेट एकेडमी की लोकेशन जाननी है तो आज का हमारा ये लेख आपको इसके लिए पूरी जानकारी दे सकता है. इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें और अपने आसपास की क्रिकेट एकेडमी की पूरी जानकारी लेने के लिए उसकी लोकेशन देखने का तरीका जान लीजिए.

आसपास की क्रिकेट एकेडमी - Cricket Academy near me

आज हम आपको अपने नजदीकी या कह लीजिए कि आसपास की क्रिकेट एकेडमी तक पहुचने का रास्ता दिखाने वाले हैं. यह सब आप अपने घर बैठे ही देख सकते हैं और दिखाए गए रास्ते पर चलते हुए आप अपने आसपास की क्रिकेट एकेडमी में पहुँच सकते हैं. आप अपने एरिया में सभी स्थान जानते ही हो लेकिन जब आप किसी अनजान जगह चले जाते है तो हो सकता है आपको वहां की आसपास की क्रिकेट एकेडमी का रास्ता मालुम ना हो तो आप हमारे द्वारा दिए गए तरीके को आजमा सकते हैं.

Google Map से आसपास की क्रिकेट एकेडमी ढूंढे -

आप आसपास की क्रिकेट एकेडमी ढूंढने के लिए गूगल मैप का सहारा ले सकते हैं. इस app को लोकेशन ढूंढने के लिए ही बनाया गया है. आप इस app की सहायता से आसपास की क्रिकेट एकेडमी को आसानी से ढूंढ सकते है. इसके लिए आपको निम्नलिखित तरीका अपनाना पड़ता है.

  • अपने स्मार्टफोन में google map खोलिए.
  • सर्च बॉक्स में क्रिकेट एकेडमी या Cricket Academy लिखिए और सर्च बटन दबाइये.
  • अकेडमी की एक लिस्ट आपको दिखाई देगी.
  • जिसकी दुरी कम हो उस अकेडमी के नाम पर क्लिक कीजिए.
  • डायरेक्शन बटन पर क्लिक करके रास्ता देखिए और आसपास की क्रिकेट एकेडमी में पहुँच जाइये.

आसपास की क्रिकेट एकेडमी - Cricket Academy near me को ढूंढने में मदद करने का हमारा तरीका आपको शायद अच्छा लगा होगा. यदि आप ऐसी ही और भी जानकारी चाहते है तो हमारे ब्लॉग प्रतिदिन पढ़ते रहें. यदि आप हमसे कोई जानकारी लेना कहते हैं तो कमेंट करें. धन्यवाद...

शक्कर कैसे बनती है ? चीनी और शक्कर में अंतर जानिये - gud ki shakkar kaise banti hai

शक्कर कैसे बनती है ? चीनी और शक्कर में अंतर जानिये - gud ki shakkar kaise banti hai , शक्कर कैसे बनाई जाती है? शक्कर बनाने की विधि की जानकारी , देसी शक्कर बनाने का तरीका बताइए.

प्रिय मित्र, यदि आप जानना कहते है कि शक्कर कैसे बनती है तो आप सही जगह पर आएं है. यहाँ हम आपको जानकारी देंगें कि शक्कर कैसे बनती है? और चीनी और शक्कर में क्या अंतर है? ऐसा हम इसलिए करने जा रहें हैं क्योंकि बहुत सारे लोग ये समझते है कि चीनी और शक्कर एक ही चीज है. परन्तु ऐसा नहीं है. चीनी और शक्कर दोनों अलग-अलग चीजें है. परन्तु दोनों चीजें बनती एक ही चीज से है, बस इन्हें बनाने का तरीका अलग होता है. आज हम इस लेख में दोनों का अंतर बताने वाले है. इसके साथ ही शक्कर बनाने की विधि भी बताई जाएगी.

शक्कर को पारंपरिक तरीके से बनाया जाता है, इसलिए इसे बनाने में इसके पोषक तत्व नष्ट नहीं होते. लगभग सभी स्वास्थ्य विशेषज्ञ जो चीनी और शक्कर के फर्क को अच्छे से जानते हैं, वे चीनी को महत्व ना देकर चीनी की जगह पर शक्कर का प्रयोग करने की सलाह देते हैं क्योंकि चीनी शक्कर की तुलना में कहीं ज्यादा नुकसानदायक होती है. इनके द्वारा चीनी को एक सफेद जहर का नाम दिया जाता है.

हालांकि हालाँकि चीनी, गुड़ और शक्कर सभी को गन्ने के रस से ही तैयार किया जाता है, लेकिन फिर भी चीनी के मुकाबले गुड़ और शक्कर को गुणकारी माना जाता है. चीनी को बनाने के लिए गन्ने को मील में भेजा जाता है वहां पर गन्ने का रस निकालकर इसमें बहुत सारे कैमिकल मिलाए जाते है और इनसे सफेद पोइजन तैयार किया जाता है, जबकि शक्कर गुड़ से तैयार की जाती है. पहले कोल्हू द्वारा गन्ने से रस निकाला जाता है, फिर रस को किसी बर्तन में रख दिया जाता है और यह रस ठंडा होकर जम जाता है तो इसके टुकड़े काटकर गुड़ बनाया जाता है. इस जमे हुए रस को टुकड़ों में काटने की बजाय किसी हथोड़े से कूट-कूटकर बारीक़ करके शक्कर बनाई जाती है.

गुड़ फायदेमंद और चीनी हानिकारक क्यों है? - gud faydemand aur chini nuksandayak kyon hai

गुड़ फायदेमंद और चीनी हानिकारक क्यों है? - gud faydemand aur chini nuksandayak kyon hai , gud faydemand hai ya nuksandayak in hindi , gud ke fayde in hindi , गुड़ खाने के फायदे और नुकसान , गुड़ के फायदे इन हिंदी.

गुड़ फायदेमंद और चीनी हानिकारक क्यों है? - gud faydemand aur chini nuksandayak kyon hai

प्रिय विजिटर, ये तो आप जानते ही हैं कि गुड़ और चीनी दोनों एक ही किस्म के गन्ने से ही बनते हैं, परन्तु इन दोनों के रंग में अंतर होने के साथ ही इनकी प्रकृति और गुणों में भी काफी अन्तर पाया जाता है. गन्ने के रस से चीनी बनाने के लिए इसे बहुत ज्यादा रिफाइन और ब्लीचिंग करना पड़ता है. इस प्रक्रिया में गन्ने के सारे पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं. इसके अलावा इसमें काफी ज्यादा मात्रा में केमिकल भी मिलाए जाते हैं. चीनी का रंग जितना ज्यादा सफेद होता है उसे पचाने के लिए शरीर को भी उतनी ही ज्यादा ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है.

चीनी एक धीमे जहर की भांति काम करती है. इसके पाचन के लिए शरीर को कैल्शियम की जरूरत होती है. इसके सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रोल की मात्रा भी बढ़ती है. बढ़े कोलेस्ट्रोल के कारण इन्सान को ह्रदय रोग होने का खतरा भी बढ़ जाता है. 

चीनी की अपेक्षा गुड़ में एक प्राकृतिक मिठास भरा होता है. गुड़ में फास्फोरस और कैल्शियम अधिक मात्रा में पाया जाता है. इसका सेवन हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन भी बढ़ाता है. गर्भवती महिलाओं व एनीमिया के रोगियों के लिए गुड़ बहुत फायदेमंद होता है. गुड़ के अन्य भी काफी-सारे लाभ हैं - गुड़ कमजोरी को दूर करता है, गुड़ खाने से खांसी से छुटकारा मिलता है, गुड़ का सेवन दिमाग को तेज बनाता है, गुड़ खाने से नजर बढ़ती है, गुड़ खाने वाले व्यक्ति को कब्ज और गैस भी नहीं होती है.

विशेषकर छोटे बच्चों को चीनी से परहेज करना चाहिए. इन्हें चीनी की जगह गुड़ खिलाना ज्यादा लाभदायक होता है. कब्ज की स्थिति में छोटे बच्चों को गुड़ खिलाने या गुड़ से बनी देसी शक्कर को दूध में डालकर पिलाने से कब्ज ठीक हो जाती है.

मैं आपसे दोस्ती करना चाहती हूं, मुझे आप पसंद हो - Ladki khud karti hai ladkon ko propose

मैं आपसे दोस्ती करना चाहती हूं, मुझे आप पसंद हो - Ladki khud karti hai ladkon ko propose , मुझसे frindship करोगे , मेरे मित्र बनोगे , क्या आपको एक अच्छी दोस्त की तलास है, तुम्हें सच्ची फ्रेंड चाहिए , पार्टनर की जरूरत है तो हमसे मिलें.

मैं आपसे दोस्ती करना चाहती हूं

प्रिय मित्र, मैं आपसे दोस्ती करना चाहती हूं यह मेरा नाम रिया, सिया, प्रिया, नेहा और स्वीटी आदि है के sms आपके phone मोबाइल या whatsapp पर जरुर आते होंगें. इसके अलावा भी बहुत सारे तरीके से आपको ठगने की कोशिश प्रतिदिन चलती रहती हैं. ये एक मैसेज फ्रौड ग्रुप है जो ऐसा कर रहा है क्योंकि इन्होने इन्सान की मानसिकता को पढ़ लिया है.

आज के नौजवान ही नहीं बल्कि बड़े भी इस तरह के sms के झांसे में आ जाते है और सोचते है क्यों ना हम भी इंजॉय कर लें और इसी मनोरंजन के चक्र में अपने बैंक account को खाली करवा बैठते हैं. परन्तु अब शिक्षा का युग है. आप एक शिक्षित समाज में रहते हैं. आपको ऐसे में अपने दिमाग से काम लेना चाहिए और खुद को इन ठगों से बचाना चाहिए.

मैं आपसे दोस्ती करना चाहती हूं का sms आपको भेजकर उसमें एक लिंक दे दिया जाता है और लिखा होता है कि मुझसे दोस्ती करने के लिए लिंक पर क्लिक करें और लिंक पर क्लिक करते ही आपके बैंक से पैसे काट लिए जाते है इसलिए समझदार बने और इस तरह की गलती करने से बचें. ये तरीके आपको कंगाल बनाने के लिए अपनाएं जा रहें है ना कि दोस्त बनाने के लिए.

आपको ऐसे में क्या करना चाहिए - इस प्रकार का sms आपके मोबाइल फोन या whatsapp पर जब भी आ जाए तो उसके देखते ही बिना कहीं क्लिक किए या उसमें कहें अनुसार कुछ भी किए बिना उस sms को Delete कर दें या तुरंत उसकी शिकायत नजदीकी पुलिस स्टेशन में करें. यदि आपने गलती से उस लिंक पर क्लिक कर दिया और आपके पैसे कट गए है तो तुरंत इसके बारे में अपने बैंक में जाकर शिकायत करें या बैंक कर toll free नंबर पर इसकी सुचना दें. ये फाइनल नहीं है कि ऐसा करने से आपके पैसे वापिस मिल जायेंगे परन्तु आपके पास इसके अलावा कोई अन्य option भी नहीं रहता है क्योंकि आपको अपनी बेवकूफी का फल तो मिलेगा ही.

मैं आपसे दोस्ती करना चाहती हूं, मुझे आप पसंद हो - Ladki khud karti hai ladkon ko propose के इस लेख को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको सचेत करना मात्र है. हमारा ब्लॉग इस बारे में पुष्टि नहीं करता है ये संदेश मात्र जनहित में जारी है. लड़कियों को खुद लड़कों से प्रोपोज करने की कोई जरूरत नहीं है. इसलिए ऐसे sms या संदेश को देखकर मन में लड्डू ना फूटने दें. उम्मीद करते हैं अब आप ऐसे किसी sms के बहकावे में नहीं आएंगें. धन्यवाद...

साबुन बनाने की विधि इन हिंदी तरीका फार्मूला - Sabun banaane ka tarika vidhi formula in hindi

साबुन बनाने की विधि इन हिंदी तरीका फार्मूला - Sabun banaane ka tarika vidhi formula in hindi , घर पर कपड़े धोने का साबुन कैसे बनाएं , घर में मौजूद इन चीजों से बनाया जा सकता है साबुन , साबुन बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें.

साबुन एक ऐसी वस्तु है जिसका उपयोग इस धरती पर हर एक मनुष्य करता है. कपड़े धोने वाला साबुन भी सभी घरों में प्रयोग किया जाता है. इसका प्रयोग कपड़े धोने के लिए किया जाता है, इसके option के तौर पर ब्रांडेड डिटर्जेंट का प्रयोग भी हो जाता है. परन्तु ज्यादातर घरों में खाशकर गरीब लोगों द्वारा साधारण कपड़े धोने वाले साबुन का ही प्रयोग होता है. हमारे देश में गरीबों की संख्यां ज्यादा है इसलिए हम मान सकते हैं कि ज्यादा लोग कपड़े धोने के लिए साबुन की टिकिया का ही उपयोग करते हैं. मार्किट में मिलने वाले साबुन आपके कपड़ों की लाइफ को घटा देते हैं क्योंकि इनमें केमिकल का अधिक इस्तेमाल किया जाता है.

यदि आप अपने कपड़ों को केमिकल से बचाना चाहती हैं और इस कार्य के लिए अपने घर पर कपड़े धोने के लिए साबुन बनाना चाहती हैं, तो इस लेख को पूरा पढ़कर घर पर ही कपड़े धोने वाला साबुन बनाने की विधि तरीका जानकारी और फार्मूला प्राप्त कर सकती हैं.

कौन-कौन सी सामग्री होगी प्रयोग:-

  • 100 ग्राम कास्टिक सोडा,
  • आधा किलो डालडा
  • 500 ग्राम वाशिंग पाउडर

साबुन बनाने की विधि:-

  1. एक बड़ी बाल्टी में एक लीटर पानी लीजिए.
  2. उसमें कास्टिक सोडा डालिए और उसे किसी लकड़ी से अच्छी तरह से मिला लीजिए. ध्यान रहे यह गर्म होता है और हाथों पर नुकसान कर सकता है इसलिए इसे मिलाने के लिए हाथों का प्रयोग ना करें.
  3. अब इस घोल में वाशिंग पाउडर डालिए और फिर लकड़ी से अच्छी तरह मिक्स कीजिए.
  4. अब एक बड़ा बर्तन लेकर उसमें डालडा डालकर गर्म कीजिए और उसे सूखने दें.
  5. फिर एक अन्य बाल्टी में पानी लीजिए और उसमें थोड़ा-सा आटा मिला लीजिए और अच्छी तरह से मिक्स कीजिए.
  6. अब सभी बाल्टियों की सामग्री को पानी वाली बाल्टी में डालकर अच्छे से मिला देना है.
  7. यदि आप इसमें खुशबू चाहती है तो इसी घोल में किसी एसेंशियल ऑयल को भी डाल दें.
  8. इस प्रक्रिया के बाद इस घोल को किसी चपटे बर्तन में डाल दें और सूखने के बाद उसे आयताकार टुकड़ों में काट दें.
इस विधि से आप घर पर ही कपड़े धोने वाले साबुन बना सकती हैं. यह जानकारी इन्टरनेट के माध्यम से ली गई है. हमारा ब्लॉग इसकी पुष्टि नहीं करता है. इसकी अधिक जानकारी के लिए youtube पर इस विधि के वीडियो जरुर देख लें. धन्यवाद..

30 दिन में इंग्लिश बोलना कैसे सीखे ? How to learn to speak English in thirty days?

English bolna kaise sikhe ? 30 दिन में इंग्लिश बोलना कैसे सीखे ? How to learn to speak English in 30 days ? मोबाइल से घर बैठे इंग्लिश वर्ड पढ़ना कैसे सीखें ?


प्रिय मित्र, जैसा कि आप जानते है, भाषा वह माध्यम है जिससे मानव अपनी भावनाओं को दुसरे इन्सान के सामने व्यक्त करता है. हर देश की अपनी-अपनी अलग भाषाएं और संस्कृति होती है. परन्तु कुछ भाषाएं ऐसी होती हैं जिनकी मान्यता अधिक होती है. ठीक उसी अनुसार अंग्रेजी भाषा विश्व में सर्वाधिक प्रयोग में आने वाली भाषा है. अंग्रेजी भाषा सीख कर आप विश्व के किसी भी देश में जा सकते हैं और अपने भाव कहीं भी रख सकते हैं, क्योंकि अंग्रेजी एक लोकप्रिय भाषा है, जो आपको विश्व के सामने अपनी बातों को रखने का अवसर प्रदान करती है. अक्सर युवाओं के मन में इंग्लिश बोलना कैसे सीखें के विचार आते रहते हैं, इसीलिए मैं आपके लिए यह लेख लेकर आया हूँ इस पोस्ट के माध्यम से आप english kaise sikhe की जानकारी विस्तार से प्राप्त कर पाएंगें, लेकिन इसके लिए आप इस लेख को पूरा पढ़ें, क्योंकि अधुरा ज्ञान हमेशा घातक सिद्ध होता है.

अंग्रेजी भाषा सीखने के लाभ:-

आपके आस-पास अंग्रेजी बोलने वाले की संख्यां न के बराबर ही होगी. अब आपके मन में ख्याल आता होगा कि लोग english बोल भी नहीं पाते है और फिर भी english को महत्वपूर्ण क्यों कहते हैं. मित्र इस भाषा को बोलने वालों की संख्यां कम है इसीलिए यह अधिक आवश्यक है. दुनिया में मात्र 20% लोग ही english बोलते होंगें, परन्तु अच्छी जॉब प्राप्त करने के लिए आपमें यह टेलेंट होना बहुत ही मायने रखता है. आज आप english के फायदे जानने के साथ-साथ English bolna kaise sikhe की जानकारी भी इस लेख से प्राप्त कर लीजिए. आइये पहले इसके फायदे जानते हैं.
  • मानसिक क्षमता में वृद्धि
  • डिजिटल साक्षरता बढ़ाना (फोन, लैपटॉप, अन्य गैजेट्स)
  • अध्ययन और अनुसंधान के लिए उपलब्ध संसाधनों के द्वार खोलना
  • एक मध्यस्थ भाषा के रूप में कार्य करके अन्य संस्कृतियों के साथ बातचीत करना 
  • समाज में एक बेहतर स्थान प्राप्त करना

English bolna kaise sikhe ?

यदि आप जानना चाहते है कि "इंग्लिश बोलना कैसे सीखें ?", इसके लिए आप नीचे दिए टिप्स ध्यान से पढ़ें.

  1. अंग्रेजी सीखने में ग्रामर पर ज्यादा ध्यान देना आपको मुश्किल में डाल सकता है इसलिए शुरुआत में ग्रामर पर ज्यादा फॉक्स ना करें. जब आप इंग्लिश बोलना सीख जाएंगें तो बाद में grammar को समझना आसान हो जाएगा.
  2. आमतौर पर बोले जाने वाले वाक्यों को ही पहले बोलने और समझने की कोशिश करें. अंग्रेजी बोलने के लिए हमेशा छोटी छोटी बातें अंग्रेजी में बोलना सीखें. इससे आपको मोटिवेशन मिलेगा.
  3. अंग्रेजी में लिखे गए ब्लॉक को पढ़ें और उनका अर्थ समझने की कोशिश करें. यदि आपको समझ ना आएं तो शुरुआत में google translator का प्रयोग कर सकते हैं.
  4. english बोलने वाली पिक्चर देखें और अंग्रेजी में बोलने की कोशिश करते रहें. ऐसा करने से आपको english बोलने की झिझक से छुटकारा मिलने लगेगा और धीरे-धीरे आपको कई वाक्य याद भी हो जाएँगे.
  5. आजकल कई whatsapp ग्रुप ऐसे भी मिल सकते है जहाँ इंग्लिश में डिस्कशन होता है. ऐसे ग्रुप ज्वाइन करें या खुद एक ग्रुप बनाकर उसमें अपने दोस्तों को add कर लें. जो लोग english में बात करना ज्यादा पसंद करते हैं या सीखना चाहते है उन्हें ही इस ग्रुप में add करें.
  6. ऐसे कई app भी आपको play store पर मिल सकते हैं जो आपको अंग्रेजी सिखाने के लिए प्रतिदिन कुछ वाक्य पढ़ने के लिए प्रदर्शित करते है. ऐसे app अपने फोन में इनस्टॉल कर लीजिए. इंग्लिश पढ़ने वाला ऐप Duolingo और Hello English है.
  7. प्रतिदिन इंग्लिश का अखबार पढ़ना शुरू करें. शुरुआत में आपको थोड़ा मुश्किल लगेगा लेकिन धीरे-धीरे आपको इसकी आदत हो जाएगी.
  8. अपने दिमाग में ज्यादा से ज्यादा इंग्लिश शब्दों को डालने के लिए डिक्शनरी का इस्तेमाल करना चाहिए.
  9. जब भी किसी से अंग्रेजी में बात करें तो बोलते समय कॉन्फिडेंट रहें.
  10. सोशल मीडिया पर english का प्रयोग करने वाले लोगों से जुड़े.
  11. अब भी अगर आपको बोलने में झिझक आ रही है तो आईने के सामने खड़े होकर अंग्रेजी बोलने की प्रेक्टिस कीजिए.
  12. अंग्रेजी भाषा निडर लोग ही बोल सकते है इस बात को मानकर बिना दरें english बोलने की कोशिश कीजिए.

बिल्ली का घर में मरना शुभ या अशुभ - Cat ka ghar mein marna achchha hota hai ya bura

बिल्ली का घर में मरना शुभ या अशुभ - Cat ka ghar mein marna achchha hota hai ya bura , Is it auspicious or inauspicious for a cat to die at home?

बिल्ली का घर में मरना शुभ या अशुभ

हेल्लो दोस्त, घर में बिल्ली का पाया जाना कोई बड़ी समस्या नहीं है बल्कि यह तो आम बात है. पूर्वजों के समय से ही बिल्लियों का वास हमारें घरों में पाया गया है. जिस घर में बिल्ली रहती है उस घर में चूहे अपना आतंक नहीं मचा पाते है बल्कि यह भी कह सकते है कि उस घर में चूहे होना नामुमकिन बात हो सकती है. दक्षिण की परंपराओं में बिल्ली को बहुत ही शुभ माना गया है. दक्षिण सभ्यता में बिल्‍ली को बुरी शक्तियों से व्यक्ति की रक्षा करने वाला माना गया है. कर्नाटक में बेक्का लेले गांव में बिल्ली का एक मंदिर बना हुआ है. इस मन्दिर में 1000 वर्षो से बिल्लियों की पूजा की जाती है. ये लोग बिल्ली को देवी मंगम्मा का अवतार मानते है. चीन और जापान में भी बिल्ली को शुभ प्रतीक माना जाता है. फेंगशुई के लोगों के अनुसार बिल्ली को घर में रखना शुभ माना जाता है और कहा जाता है कि सफेद बिल्ली पालने से आर्थिक स्थिति में सुधार होता हैं. परन्तु हमारा आज का विषय है कि बिल्ली का घर में मरना शुभ है या अशुभ. आज हम इस लेख में इस बारे में चर्चा जरुर करेंगें.

  1. नारद पुराण के अनुसार बिल्ली का घर में बार-बार आना अच्छी बात नहीं है.
  2. शास्त्रों की माने तो बिल्ली का घर में रखा दूध पी जाना या उस दूध में मुंह मार देना भी धन के नुकसान का संकेत है.
  3. यदि बिल्ली घर में मल त्याग कर देती है तो यह भी किसी अनहोनी की संभावना को दर्शाता है.
  4. बिल्ली के द्वारा बाईं से दाईं ओर रास्ता काटने को भी बहुत से लोग अशुभ मानते हैं. काली बिल्ली मार्ग काट जाए तो अपशकुन होता है.
  5. घर में सफेद बिल्ली को शुभ प्रतीक मानते हैं और काली बिल्ली को बहुत ही अशुभ माना जाता है. काली बिल्‍ली आपसे टकरा जाए या आप पर हमला करे तो यह व्यक्ति के जीवन में संकट आने का प्रतीक होता है. घर में काली बिल्ली का होना भूत-प्रेत के होने का संकेत भी माना गया है.
  6. सपने में काली बिल्ली को अपने - आप पर हमला करते देखना अशुभ संकेत है क्योंकि यह निकट भविष्य में कोई बड़ा नुकसान होने का संकेत है, धन हानि हो सकती है, सेहत खराब हो सकती है. सपने में सफेद बिल्ली दिखाई देने से जल्‍दी ही आपका बुरा समय खत्म होने का संकेत है.
  7. घर में बिल्ली द्वारा बच्चे देना आपके घर में कोई शुभ काम होने या शुभ समाचार आने का संकेत है.
बिल्ली का घर में मरना शुभ या अशुभ :- इन सब बातों के अलावा बिल्ली का घर के अंदर मरना बहुत ही अशुभ होता है. परन्तु यह तब होता है जब कोई व्यक्ति बिल्‍ली की हत्‍या कर दे या हत्या करने के प्रयास से कोई ऐसा काम करें. परन्तु यदि बिल्ली समय अनुसार अपने आप मर जाती है तो इसे शुभ या अशुभ से जोड़ने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि मृत्यु सबकी निश्चित है. जो भी जीव इस धरती पर पैदा होता है एक दिन उसे मरना भी पड़ता है. लेख पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद...
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